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ओसामा को पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमावर्ती क्षेत्र में छुपा हुआ बताया जाता है

अल क़ायदा के नेता ओसामा बिन लादेन की कथित आवाज़ वाला एक टेप सामने आया है जिसमें यह आवाज़ कहती हुई सुनाई देती है कि मुसलमानों को फ़लस्तीनी ज़मीन को आज़ाद कराने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखनी चाहिए.

हालाँकि इस टेप में सुनाई देने वाली आवाज़ की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है.

इससे पहले मार्च में एक टेप आया था जिसमें कहा गया था कि यह बिन लादेन की आवाज़ है.

यह टेप ऐसे समय में सामने आया है जब इसराइल अपनी स्थापना की साठवीं वर्षगाँठ मना रहा है. इस मौक़े पर अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने भी इसराइल का दौरा किया है और दोहराया है कि अमरीका का हर तरह का समर्थन इसराइल के साथ है.

इस टेप में सुनाई देने वाली आवाज़ कहती है कि इसराइल के ख़िलाफ़ लड़ाई जारी रहे और “फ़लस्तीन की इंच भर ज़मीन भी छोड़ी ना जाए.”

अल क़ायदा नेता ओसामा बिन लादेन के बारे में कहा जाता है कि वह पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमावर्ती इलाक़े में किसी स्थान पर छुपे हुए हैं.

शुक्रवार को जो ओसामा बिन लादेन का कथित संदेश टेप में आया है वह नौ मिनट का है और यह ऑडियो एक ऐसी वेबसाइट पर लगाया गया है जो आमतौर पर अल क़ायदा इस्तेमाल करता है.

इस टेप में सुनाई देने वाली आवाज़ कहती है कि फ़लस्तीनियों के हित के लिए संघर्ष ही पश्चिमी दुनिया के साथ अल क़ायदा के युद्ध की एक प्रमुख वजह है. यह आवाज़ ये भी कहती है कि इसी मुद्दे ने 11 सितंबर 2001 को अमरीका पर हुए हमलों के लिए आधार तैयार किया था.

मार्च में जो टेप आया था उसे भी ओसामा बिन लादेन की आवाज़ वाला बताया गया था और अमरीकी ख़ुफ़िया अधिकारियों ने पुष्टि की थी कि वह आवाज़ ओसामा बिन लादेन की ही थी.

उस टेप में सुनाई देने वाली आवाज़ ने इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब का मज़ाक उड़ाने वाले कार्टूनों के मामले पर यूरोपीय संघ को चुनौती दी थी.

उसके एक दिन बाद आए एक अन्य संदेश में मुसलमानों से इराक़ में विद्रोही गतिविधियों में शामिल होने का आहवान किया गया था और कहा गया था कि फ़लस्तीनियों की सहायता करने का यह सबसे अच्छा तरीका हो सकता है.